Alcohol free
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा........
जिंदगी एक बार मिलती है बार बार नहीं इसलिए क्या आपका जीवन नशे में लिप्त ही व्यर्थ करना उचित होगा
क्या इस अनमोल मनुष्य जीवन का कोई भी उद्देश्य नहीं है
शराब एक ऐसा नशा है जो एक अनमोल जीवन को बर्बाद कर देता है भगवान के संविधान के अनुसार नशा करने वाले आगे के जन्म पशु के होते हैं तो मानव समाज यह विचार करे की नशा एक जन्म ही नहीं आगे के जन्मों का नाश कर देता है
नशा चाहे शराब शुल्फ़ा अफ़ीम हीरोइन आदि किसी का भी करते हो यह विनाश का कारण बनेगा |
शराब गृह क्लेश को जन्म देती है व आर्थिक, शारीरिक, सामाजिक बदहाली अपने साथ लेकर आती है।
इससे दूरी रखना ही समझदारी है।
यदि आप नशे से छुटकारा पाने के लिए सारे प्रयास करके परेशान हो चुके है तो एक बार सतभक्ति मार्ग अपनाकर अवश्य देखें सत भक्ति को अगर मर्यादा में रहकर किया जाए तो जीवन को आबाद कर देती है फैसला आपको करना है ।
किसी भी धर्म के पवित्र धर्म ग्रंथों में शराब पीने का वर्णन नहीं है फिर हम धर्म के विरूद्ध आचरण क्यों कर रहे है
नशा हमारे भक्ति मार्ग में सबसे बड़ा बाधक है....
क्या आप जानते हैं देवता भी मनुष्य जीवन के लिए तरसते हैं क्योंकि मनुष्य जीवन में ही मोक्ष संभव है इसलिए अपना मनुष्य जीवन व्यर्थ ना गवाएं और सतभक्ति को अपनाएं
अब मानव समाज खुद ये तय कर ले कि उन्हें अपना जीवन नशे में ही नाश करना है या अपना जीवन सफल बनाना है....
जिंदगी एक बार मिलती है बार बार नहीं इसलिए क्या आपका जीवन नशे में लिप्त ही व्यर्थ करना उचित होगा
क्या इस अनमोल मनुष्य जीवन का कोई भी उद्देश्य नहीं है
शराब एक ऐसा नशा है जो एक अनमोल जीवन को बर्बाद कर देता है भगवान के संविधान के अनुसार नशा करने वाले आगे के जन्म पशु के होते हैं तो मानव समाज यह विचार करे की नशा एक जन्म ही नहीं आगे के जन्मों का नाश कर देता है
नशा चाहे शराब शुल्फ़ा अफ़ीम हीरोइन आदि किसी का भी करते हो यह विनाश का कारण बनेगा |
शराब गृह क्लेश को जन्म देती है व आर्थिक, शारीरिक, सामाजिक बदहाली अपने साथ लेकर आती है।
इससे दूरी रखना ही समझदारी है।
यदि आप नशे से छुटकारा पाने के लिए सारे प्रयास करके परेशान हो चुके है तो एक बार सतभक्ति मार्ग अपनाकर अवश्य देखें सत भक्ति को अगर मर्यादा में रहकर किया जाए तो जीवन को आबाद कर देती है फैसला आपको करना है ।
किसी भी धर्म के पवित्र धर्म ग्रंथों में शराब पीने का वर्णन नहीं है फिर हम धर्म के विरूद्ध आचरण क्यों कर रहे है
नशा हमारे भक्ति मार्ग में सबसे बड़ा बाधक है....
क्या आप जानते हैं देवता भी मनुष्य जीवन के लिए तरसते हैं क्योंकि मनुष्य जीवन में ही मोक्ष संभव है इसलिए अपना मनुष्य जीवन व्यर्थ ना गवाएं और सतभक्ति को अपनाएं
अब मानव समाज खुद ये तय कर ले कि उन्हें अपना जीवन नशे में ही नाश करना है या अपना जीवन सफल बनाना है....
Good job
ReplyDeleteTq
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