Struggle of life
संघर्ष ए जिंदगी.......
सच्चाई को ऊपर लाने के लिए आजतक सभी ने संघर्ष किया है क्या सच मे झूठ इतना बड़ा हो गया है कि सच्चाई दिखाई ही नही देती है क्या सभी ने अपनी इंसानियत खो दी है
भारतवर्ष में वैसे तो अंग्रेजों के समय से ही निर्दोष व सच्चाई के लिए संघर्ष करने वालों पर अत्याचार होते आ रहे हैं परंतु आजादी दिलाने वाले शहीदों ने शायद यह भी नहीं सोचा होगा कि अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद भी काले अंग्रेज भारत की निर्दोष जनता का शोषण करेंगे
वाह अंग्रेजों से भी ज्यादा अत्याचार करेंगे इस अत्याचार का कारण भी वही गलत नीतियां है जो अंग्रेजों द्वारा बनाए गए 'काले कानूनों को जियो' का क्यों लागू किया गया जिस काले कानून के तहत पुलिस को बेहिसाब पावर देना राजनेता व उच्च अधिकारी पुलिस की इस पावर को अपने हित में इस्तेमाल करते हैं जैसे भारतीयों के दमन के लिए अंग्रेज सरकार इस्तेमाल करती थी और इसी दमनकारी नीति के बल पर जलियांवाला बाग हत्याकांड किया गया
और अब बरवाला की घटना इसमें तनिक भी अंतर नहीं है तब लोग जलियांवाला बाग में अंग्रेज सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे थे और अब बरवाला मैं काले अंग्रेजों की नीतियों का विरोध स्वरूप अपने आश्रम पर पूर्व निर्धारित मीडिया के माध्यम से बेकसूर संत एवं अनुयायियों पर हुए झूठे मुकदमों की सीबीआई जांच की मांग सरकार से की जा रही थी जलियांवाला बाग मैं तो 1 घंटे में ही निर्देशों लोगों को ढेर कर गोलियों से भून डाला था
परंतु बरवाला में तो कबीर परमात्मा के श्रद्धालुओं को बिजली पानी काट कर दवाई दूध और खाद्य पदार्थ की सप्लाई रोक कर लगभग 45,000 पुलिस फोर्स ने बंदी बनाकर आश्रम पर लाठीचार्ज जहरीली गैस राकेट बमो से हमला किया गया पुलिस द्वारा हमले में 5 श्रद्धालुओं औरतों व1 डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई हजारों श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए
जोकि यह है 18/11/14 की घटना का काला दिवस बना इन हत्याओं का झूठा केस भी निर्दोष संत रामपाल जी महाराज व उनके हजारों निर्दोष श्रद्धालु पर ही बना कर उनको जेल में डाल दिया आखिर उनका कसूर क्या था .......
संत रामपाल जी महाराज शास्त्र अनुसार शक्ति करते हैं करवाते हैं और वही भक्ति करवा कर एक विकार रोहित सभ्य समाज तैयार कर रहे थे ।जिस भक्ति के कन्ने से लोगों श्रद्धालुओं ने बुराई त्याग दी है जैसे नशा त्याग देना दहेज ना लेना और ना देना रिश्वत ना लेना चोरी जारी ना करना ठगी ना करना लड़का लड़की में भेदभाव न रखना सोने के आभूषण ना करना आदि आदि संत भक्ति करके लाखों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक लाभ कथा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से छुटकारा मिला है ।
जो सतयुग जैसे युग का समाज तैयार कर रहे हैं उसी संत व उनके श्रद्धालुओं पर देशद्रोह उग्रवाद जैसी खतरनाक धारा इन काली अंग्रेजों की हिदायत पर पुलिस ने लगाई है संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति मार्ग बस समाज सुधार के नियमों से प्रभावित होकर समाज के लाखों लोगों ने एक राष्ट्रीय समाज सेवा समिति का गठन किया है जिसका उद्देश्य संत रामपाल जी महाराज के नियमों में रहते हुए किसी भी समाज जाति धर्म पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करना व उस समाज जाति धर्म का सहयोग करना है
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